अक्टूबर से शुरू होगा कृषि चौपाल कार्यक्रम, वैज्ञानिक किसानों को सीधे देंगे आधुनिक तकनीकों की जानकारी

अक्टूबर से शुरू होगा कृषि चौपाल कार्यक्रम, वैज्ञानिक किसानों को सीधे देंगे आधुनिक तकनीकों की जानकारी


केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार के दिन मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में 100 दिन में किए गए कामों की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि किसान कल्याण और कृषि के विकास की हमारी छह सूत्रीय रणनीति है, जिस पर सरकार काम कर रही है। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि हम आधुनिक किसान चौपाल- लैब टू लैंड, अक्टूबर में प्रारंभ करने वाले हैं जिसमें वैज्ञानिक, किसानों तक सीधी जानकारियां पहुंचाएंगे।

कृषि चौपाल कार्यक्रम क्या है?

केंद्रीय कृषि मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि एक नया टेलीविजन और रेडियो कार्यक्रम “कृषि चौपाल” कृषि शिक्षा और outreach के क्षेत्र में एक नवोन्मेषी कदम है। अक्टूबर 2024 से शुरू होने जा रही यह पहल किसानों और नवीनतम कृषि अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के बीच की खाई को पाटने का लक्ष्य रखता है, ताकि महत्वपूर्ण जानकारी उन लोगों तक पहुँच सके जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।

कृषि चौपाल कार्यक्रम का उद्देश्य

  • कार्यक्रम का फोकस किसानों के साथ अत्याधुनिक अनुसंधान निष्कर्ष साझा करने पर होगा, जिससे उन्हें नई तकनीकों, फसल किस्मों, कीट प्रबंधन और सतत प्रथाओं की जानकारी मिलेगी। जटिल अनुसंधान को व्यावहारिक, क्रियाशील सलाह में बदलकर, कृषि चौपाल किसानों को उत्पादकता और स्थिरता बढ़ाने के लिए सशक्त बनाने का प्रयास करेगा।
  • कृषि में सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं के महत्व पर जोर देते हुए, यह शो सफल केस स्टडीज, नवोन्मेषी खेती के तरीकों और पारिस्थितिकी खेती की रणनीतियों को उजागर करेगा।
  • कृषि चौपाल की एक प्रमुख विशेषता इसका इंटरैक्टिव प्रारूप होगा, जो किसानों को लाइव प्रश्नोत्तर सत्रों के माध्यम से कृषि विशेषज्ञों के साथ सीधे संवाद करने की अनुमति देगा। यह खुला संवाद किसानों की विशिष्ट प्रश्नों, चिंताओं और चुनौतियों को संबोधित करने में मदद करेगा, जिससे सामुदायिक भावना और समर्थन को बढ़ावा मिलेगा।

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